ऑनलाइन हेल्‍थ सर्वि‍स दे रही है icliniq, 100 करोड़ की कंपनी बनने का टारगेट

नई दि‍ल्‍ली। डॉक्‍टर और मरीज दोनों को ऑनलाइन प्‍लैटफॉर्म पर आने वाला स्‍टार्टअप icliniq का बि‍जनेस तेजी से बढ़ रहा है। 28 साल के ध्रुव कुमार ने साल 2010 में वर्च्‍युअल हेल्‍थ सर्वि‍स को शुरू करने का फैसला लि‍या। एक ऐसा प्‍लैटफॉर्म जहां कोई भी मरीज फोन, ऑनलाइन और वीडि‍यो पर कंसलटेशन ले सके। साथ ही, डॉक्‍टर्स से कंसलटेशन लेने के बाद ऑनलाइन अप्‍वाइंटमेंट भी ले सके। आज icliniq एक इंटरनेशनल ब्रांड बन चुका है। कंपनी को उम्‍मीद है कि‍ वह 2020 तक 100 करोड़ रुपए का ब्रांड बन जाएगा।

कैसे हुई शुरुआत
ध्रुव ने कोयम्‍बटूर में अपने स्‍टार्टअप की शुरुआत की। ध्रुव ने moneybhaskar.com को बताया कि‍ हम एक टेक्‍नोलॉजी बेस्‍ड हेल्‍थकेयर स्‍टार्टअप हैं। शुरुआत में लोगों और डॉक्‍टर्स को प्‍लैटफॉर्म पर लाना मुश्‍कि‍ल काम था। हमें ऐहसास हुआ कि‍ एक हेल्‍थकेयर कंपनी है और टेक्‍नोलॉजी के यूज से लोगों को सर्वि‍स प्रोवाइड करा सकते हैं। वि‍देशों में यह मॉडल काफी पुराना हो चुका है लेकि‍न भारत में इस तरह की सर्वि‍स और कोई नहीं दे रहा है।
कैसे काम करता है icliniq
डॉक्‍टर्स को कंपनी की वेबसाइट पर खुद को रजि‍स्‍ट करना होगा है। डॉक्‍टर्स के वेरि‍फि‍केशन का भी लंबा प्रोसेस है। इसमें यह भी देखा जाता है कि‍ वह बि‍ना मि‍ले लोगों के सवालों का जवाब दे सकते हैं या नहीं। इसके अलावा, वह मरीज से सही सवाल कर सकते हैं या नहीं। उनके डेशबोर्ड पर सवाल और जवाब दि‍खाई देते हैं।
वहीं, एक मरीज को सि‍र्फ अपनी हेल्‍थ से जुड़े सवालों को पोस्‍ट करना होता है। वह कॉल-बैक कंसलटेशन या वीडि‍यो कंसलटेशन भी बुक कर सकता है। इसके अलावा, मरीज सीधे डॉक्‍टर से हेल्‍थ संबंधि‍त सवाल पोस्‍ट कर सकता है।
देश-वि‍देश में icliniq
ध्रुव ने बताया कि‍ icliniq इस वक्‍त भारत समेत 160 देशों में ऑनलाइन हेल्‍थ सर्वि‍स दे रहा है। भारत में कंपनी की शुरुआत साल 2014 में हुई थी। कंपनी के पास 1300 डॉक्‍टर्स हैं। इसमें से 900 डॉक्‍टर्स भारत के हैं और बाकी वि‍देश के डॉक्‍टर्स रजि‍स्‍टर्ड हैं। उन्‍होंने बताया कि‍ अब तक 1.58 लाख मामलों में कंसलटेशन दी जा चुकी है।
अगली स्‍लाइड में - कंपनी का रेवेन्‍यू...
कंपनी का रेवेन्यू ध्रुव ने बताया कि उनका 70 फीसदी रेवेन्यू विदेशों से आ रहा है जबकि 30 फीसदी रेवेन्यू भारत से है। उन्होंने बताया कि फाइनेंशियल ईयर 2015-16 में कंपनी के रेवेन्यू में 380 फीसदी की ग्रोथ आई थी। उनका मानना है कि 2016-17 में यह ग्रोथ 250 फीसदी रह सकती है। कंपनी को उम्मीद है कि 2020 तक 100 करोड़ रुपए का ब्रांड बन जाएगी। फंड जुटाने की तैयारी ध्रूव ने बताया कि वह सीरिज ए फंडिंग पर विचार कर रहे हैं।

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